CIBIL Score News Updates: वित्तीय जीवन में लोन का महत्व अनकहा नहीं है। चाहे घर खरीदना हो, शिक्षा के लिए धन की आवश्यकता हो, या फिर व्यापार शुरू करने की इच्छा हो, लोन हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है। परंतु लोन प्राप्त करने में सबसे महत्वपूर्ण कारक है – सिबिल स्कोर। एक अच्छा सिबिल स्कोर न केवल लोन की मंजूरी की संभावना को बढ़ाता है, बल्कि बेहतर ब्याज दरों और शर्तों का मार्ग भी प्रशस्त करता है। आइए जानें कि सिबिल स्कोर क्या है, इसकी गणना कैसे होती है, और यह लोन प्राप्ति में कितना महत्वपूर्ण है।
सिबिल स्कोर का अर्थ और महत्व
सिबिल स्कोर एक संख्यात्मक मान है जो आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का प्रतिनिधित्व करता है। यह 300 से 900 के बीच होता है, जिसमें उच्च अंक बेहतर क्रेडिट स्वास्थ्य का संकेत देते हैं। यह स्कोर बताता है कि आपने अपने पिछले लोन और क्रेडिट कार्ड के भुगतान समय पर किए हैं या नहीं। सिबिल स्कोर की गणना में आपके द्वारा की गई ईएमआई के भुगतान की नियमितता, मिस किए गए भुगतान, और लोन चुकाने की अवधि जैसे कारक शामिल होते हैं। ये सभी कारक मिलकर आपके सिबिल स्कोर की गणना में लगभग 35 प्रतिशत का योगदान देते हैं।
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में सिबिल स्कोर से संबंधित कुछ नए नियम बनाए हैं, जिन्हें जानना हर लोन लेने वाले व्यक्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन नियमों के अनुसार, बैंकों और वित्तीय संस्थानों को लोन देने से पहले आवेदक के सिबिल स्कोर की जांच करना अनिवार्य है।
क्रेडिट कार्ड का विवेकपूर्ण उपयोग
सिबिल स्कोर की गणना में क्रेडिट कार्ड का उपयोग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बैंक और वित्तीय संस्थान यह देखते हैं कि आपके नाम पर कितना क्रेडिट यानी लोन है और आपने उसमें से कितना उपयोग किया है। क्रेडिट एक्सपोजर की हिस्सेदारी सिबिल स्कोर में लगभग 30 प्रतिशत होती है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि आप अपने क्रेडिट कार्ड की सीमा का अधिकतम 30 से 40 प्रतिशत ही उपयोग करें। इससे अधिक उपयोग आपके सिबिल स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
उदाहरण के लिए, यदि आपके क्रेडिट कार्ड की सीमा 1,00,000 रुपये है, तो आपको प्रति माह अधिकतम 30,000 से 40,000 रुपये तक ही खर्च करना चाहिए। इससे न केवल आपका सिबिल स्कोर अच्छा रहेगा, बल्कि आप अनावश्यक ऋण से भी बच सकेंगे।
क्रेडिट हिस्ट्री का प्रभाव
क्रेडिट हिस्ट्री का आपके सिबिल स्कोर पर गहरा प्रभाव पड़ता है। सिबिल स्कोर की गणना में क्रेडिट हिस्ट्री का योगदान लगभग 15 प्रतिशत होता है। यदि आपकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी है, अर्थात आपने पिछले लोन का भुगतान समय पर किया है, तो आपका सिबिल स्कोर उच्च होगा। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आपके लोन की राशि अत्यधिक बड़ी नहीं होनी चाहिए और हर ईएमआई का भुगतान समय पर होना चाहिए।
एक अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री बनाने के लिए, आपको कम से कम एक वर्ष तक अपने सभी ऋणों का नियमित रूप से भुगतान करना चाहिए। इससे आपकी वित्तीय विश्वसनीयता बढ़ेगी और भविष्य में लोन प्राप्त करना आसान हो जाएगा।
लोन के प्रकार का महत्व
सिबिल स्कोर की गणना में लोन के प्रकार भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब आपके सिबिल स्कोर की गणना की जाती है, तो यह भी देखा जाता है कि आपने किस प्रकार के लोन लिए हैं – सिक्योर्ड या अनसिक्योर्ड। सिक्योर्ड लोन वे होते हैं जिनमें संपत्ति जैसे घर या वाहन को गारंटी के रूप में रखा जाता है, जबकि अनसिक्योर्ड लोन में कोई गारंटी नहीं होती, जैसे पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड।
सिक्योर्ड लोन आपके सिबिल स्कोर पर अधिक सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इसका कारण यह है कि सिक्योर्ड लोन में बैंक या वित्तीय संस्थान के लिए जोखिम कम होता है। लोन प्रकार का हिस्सा सिबिल स्कोर की गणना में लगभग 10 प्रतिशत होता है। इसलिए, यदि आप अपना सिबिल स्कोर सुधारना चाहते हैं, तो सिक्योर्ड लोन लेना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
नए लोन के लिए आवेदन का प्रभाव
हर बार जब आप लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो आपके सिबिल स्कोर की जांच की जाती है। बार-बार सिबिल स्कोर की जांच आपके स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। यह सिबिल स्कोर की गणना में शेष 10 प्रतिशत का योगदान देता है।
यदि आप अल्प समय में कई लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो यह दर्शाता है कि आप वित्तीय दबाव में हो सकते हैं, जिससे आपका सिबिल स्कोर कम हो सकता है। इसलिए, सलाह दी जाती है कि आप लोन के लिए आवेदन करने से पहले अच्छी तरह से योजना बनाएं और केवल आवश्यकता होने पर ही लोन लें।
सिबिल स्कोर सुधारने के उपाय
यदि आपका सिबिल स्कोर कम है, तो चिंता न करें। कुछ सरल उपायों से आप अपने स्कोर को सुधार सकते हैं:
1.सभी ईएमआई और क्रेडिट कार्ड बिलों का समय पर भुगतान करें।
2.क्रेडिट कार्ड की सीमा का 30-40 प्रतिशत से अधिक उपयोग न करें।
3.अनावश्यक लोन न लें और मौजूदा लोन को जल्द से जल्द चुकाने का प्रयास करें।
4.अपने क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित रूप से जांच करें और किसी भी त्रुटि को तुरंत सुधारें।
5.विभिन्न प्रकार के लोन का संतुलित मिश्रण रखें।
इन उपायों को अपनाकर आप अपने सिबिल स्कोर को धीरे-धीरे सुधार सकते हैं और भविष्य में आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं।
सिबिल स्कोर आपके वित्तीय जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक अच्छा सिबिल स्कोर न केवल लोन प्राप्त करने में मदद करता है, बल्कि बेहतर ब्याज दरों और शर्तों का भी लाभ दिलाता है। अपने सिबिल स्कोर की नियमित जांच करें और उसे बेहतर बनाने के लिए उपरोक्त सुझावों का पालन करें। याद रखें, एक उत्तम सिबिल स्कोर आपकी वित्तीय स्वतंत्रता की कुंजी है।
Disclaimer
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। वित्तीय निर्णय लेने से पहले वित्तीय सलाहकार या बैंक अधिकारी से परामर्श करना उचित होगा। लेखक या प्रकाशक किसी भी वित्तीय हानि या नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे जो इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए निर्णयों के कारण हो सकते हैं।