Credit Card New rule: भारत में बैंकिंग क्षेत्र लगातार गतिशील और परिवर्तनशील रहता है। हर नए वित्तीय वर्ष में सरकार और वित्त मंत्रालय द्वारा महत्वपूर्ण नियमों में संशोधन किए जाते हैं। इस बार भी कई बड़े बैंकों ने अपने क्रेडिट कार्ड से संबंधित नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव करने का निर्णय लिया है, जो सीधे तौर पर ग्राहकों को प्रभावित करेगा।
प्रमुख बैंकों द्वारा नियमों में बदलाव
देश के प्रमुख बैंकों जैसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एक्सिस बैंक ने अपने क्रेडिट कार्ड नियमों में महत्वपूर्ण परिवर्तन करने का निर्णय लिया है। इन बदलावों का सीधा प्रभाव ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा और उन्हें अपने क्रेडिट कार्ड उपयोग की रणनीति में बदलाव करने पड़ सकते हैं।
रिवॉर्ड पॉइंट्स में कमी
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपने कई क्रेडिट कार्ड योजनाओं में रिवॉर्ड पॉइंट्स में कटौती करने जा रहा है। उदाहरण के लिए, स्विगी पर पहले 10X रिवॉर्ड पॉइंट्स दिए जाते थे, जिन्हें अब घटाकर 5X कर दिया जाएगा। इसके अलावा, एयर इंडिया प्लेटिनम क्रेडिट कार्ड पर 100 रुपये के खर्च पर 15 रिवॉर्ड पॉइंट्स की जगह अब केवल 5 रिवॉर्ड पॉइंट्स मिलेंगे।
अन्य बैंकों के नियम परिवर्तन
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक अपने विस्तारा क्रेडिट कार्ड को 31 मार्च 2025 से बंद करने की तैयारी कर रहा है। वहीं एक्सिस बैंक 18 अप्रैल 2025 से अपने विस्तारा क्रेडिट कार्ड पर वार्षिक शुल्क माफ करेगा और महाराजा क्लब की सदस्यता समाप्त कर देगा।
क्रेडिट कार्ड के लाभ
हालांकि नियमों में बदलाव हो रहे हैं, क्रेडिट कार्ड अभी भी कई महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करते हैं। शॉपिंग पर विशेष छूट, रिवॉर्ड पॉइंट्स, कैशबैक, सिबिल स्कोर में सुधार और आपातकालीन भुगतान की सुविधा इनके प्रमुख फायदे हैं।
नए वित्तीय वर्ष में क्रेडिट कार्ड नियमों में बदलाव एक सामान्य प्रक्रिया है। ग्राहकों को अपने बैंक के नवीनतम नियमों और शर्तों से अवगत रहना चाहिए और अपनी वित्तीय योजना को तदनुसार समायोजित करना चाहिए।
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे क्रेडिट कार्ड से संबंधित किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय से पहले अपने बैंक से विस्तृत जानकारी प्राप्त करें और वित्तीय विशेषज्ञों से परामर्श लें।